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Astrology & Vastu Books

Books written by
Maharishi Tilak Raj

कष्ट निवारक लाल किताब

₹ 185 only

सतयुग, त्रेतायुग व द्वापर युग में मनुष्य की आयु बहुत लम्बी होती थी। वह कठिन तप व मंत्र जाप करके देवी-देवताओं को प्रसन्न करके अपने कष्टों से बचने का रास्ता निकाल लेता था, परन्तु कलयुग में मनुष्य की आयु बहुत छोटी होती है और वह सब कार्य कल पुर्जों की सहायता से करना चाहता है। इतने गतिशील विश्व में व्यक्ति अपने कार्यों व उपायों का शीघ्र असर चाहता है। शीघ्र असर की आशा करने वालो के लिए ‘लाल किताब’ एक वरदान साबित हुई है। इस किताब में दी गई हिदायतें व उपाय बहुत ही कारगर हैं। ज्योतिष, हस्तरेखा व वास्तु का ज्ञान कराने वाली यह पुस्तक अपने आप में अद्वितीय है। इस पुस्तक का प्रकाशन करते हुए हमें अपार हर्ष हो रहा है। विश्व की पहली रंगीन पृष्ठों से युक्त ‘कष्ट निवारक लाल किताब’ आपका कल्याण करे, यही कामना है।

सम्पूर्ण गृह वास्तु, बिना तोड़े फोड़े

₹ 100 only

वास्तु का आध्यात्मिक आधार क्या है? पंचमहाभूतों का क्या महत्व है? वास्तु षास्त्र का प्रचलन पिछले कुछ वर्षों से ही क्यों बढ़ा? क्या उपायों से वास्तु दोषों को कम किया जा सकता है? किस दोष का क्या प्रभाव हो सकता है? पर्यावरण से किस प्रकार सहायता ली जा सकती है? किन वृक्षों और पेड़-पौधों को किस दिषा में लगाएं? ग्रहों और वास्तु का क्या सम्बन्ध है? किस यंत्र, मंत्र, तंत्र व मांगलिक वस्तु से क्या लाभ होगा? भारतीय परिवेष में फंेगषुई की किन वस्तुओं को अपनाया जा सकता है? ईष्वर अराधना क्यों जरूरी है? मुझे पूर्ण विष्वास है कि यह पुस्तक आपके जीवन को सुख-समृद्धि से भर देगी?

सम्पूर्ण व्यवसायिक वास्तु, बिना तोड़े फोड़े

₹ 175 only

सम्पूर्ण व्यवसायिक वास्तु षास्त्र प्राकृतिक नियमों पर आधारित है। वास्तु षास्त्र का सिद्धांत ही है प्रकृति के अनुकूल व प्रकृति के तत्वों के अनुसार भवन निर्माण कर उससे पूर्ण लाभ प्राप्त करना। इसलिए वास्तु को प्रकृति तथा वास्तुश् षास्त्र को प्रकृति षास्त्र भी कहा गया है।

जिस प्रकार व्यक्ति अपने घर को वास्तु सम्मत् बनाकर सुखी रहना चाहता है, उसी प्रकार अपने कार्यस्थल को भी वास्तु के नियमों के अनुरूप बनाकर धन, सुख, समृद्धि, सौभाग्य, सफलता, प्रतिष्ठा व स्वास्थय प्राप्त कर सकता है। प्रत्येक व्यक्ति अपने दिन का अधिकतम् समय अपने कार्यस्थल पर ही बिताता है, इसलिए वहाँ तनावमुक्त रहने से वह अधिक स्फूर्तिदायक, उत्साहवर्धक व कार्यसक्षम रहेगा।

प्रस्तुत पुस्तक में व्यावसायिक वास्तु के विभिन्न रूपों का विस्तार से वर्णन किया गया है। वास्तु के मूलभूत सिद्धान्तों का उल्लेख करते हुए भूमि चयन, निर्माण कार्य, आंतरिक विन्यास को समझाते हुए, वास्तु व पर्यावरण, वास्तु व ज्योतिष, वास्तु और मुहूर्त, लाल किताब वास्तु, अंक ज्योतिष व वास्तु, राषियों द्वारा वास्तु ज्ञान, दिषाएं, ग्रह व अनुकूल व्यवसाय, वास्तु मूल्यांकन, वास्तुदोषों के उपायों आदि का उल्लेख किया गया है। जनसामान्य की पहुंच के भीतर आने वाले वास्तु व फेंगषुई के उपाय, मांगलिक वस्तुएं, यंत्र, रूद्राक्ष, पिरामिड एवं दर्पण द्वारा वास्तु दोष निवारण की जानकारियाँ भी दी गई हैं।

ज्योतिष उपायों का संसार

₹ 125 only

‘ज्योतिष’ उस ज्योति का नाम है जो जनता को रास्ता दिखा सके। किसी व्यक्ति को क्या रोग है, यह बता देने भर से चिकित्साश् षास्त्र का कार्य खत्म नहीं होता, उस रोग का निदान भी ढूंढना पड़ता है। उसी प्रकार ज्योतिष द्वारा किसी का कष्ट या समस्या बता देना ही पर्याप्त नहीं है, उसका निवारण बताना भी एक ज्योतिषी का कर्तव्य है। अपने इसी कर्तव्य की पूर्ति करते हुए ज्योतिष उपायोें पर सम्पूर्ण चर्चा करने के लिए प्रस्तुत पुस्तक आपके हाथों में है।

जिस प्रकार हमारा ब्रहमाण्ड पंचमहाभूतों से बना है, उसी प्रकार हमारा षरीर भी पंचमहाभूतों से बना हैं शरीर में किसी तत्व की कमी या अधिकता होने से व्यक्ति रोगी हो सकता है। ‘उपाय विचार’ द्वारा उस तत्व की कमी या अधिकता को देखते हुए विभिन्न तरह के उपाय बताए जाते हैं। उपाय षब्द देखने व सुनने में जितना सरल, सौम्य व षीतलता प्रदान करने वाला है, उसका अर्थ उतना ही गंभीर चिंतन करने वाला है। उपाय षब्द में उ जल का प्रतीक है। इसके अन्तर्गत औधधि स्नान, गंगा स्नान व जल में वस्तुओं को बहाना जैसे उपाय आते हैं। प पवन (वायु) का प्रतीक है। इसके अन्तर्गत मंत्रोच्चार आता है। अ अग्नि का प्रतीक है। इसके अन्तग्रत हवन व व्रत आदि आते हैं। य (यजन) पृथ्वी का प्रतीक है। इसके अन्तर्ग्रत रत्न धारण व दान आदि कार्य आते हैं विचार अर्थात् चिंतन-गुरू का कार्य है। इसके द्वारा आकाष तत्व की कमी को पूरा किया जाता है।

प्रस्तुत पुस्तक में दिए गये तंत्र, मंत्र, यंत्र, रत्न, दान, हवन, स्नान, पूजा, व्रत, सेवा, रूद्राक्ष धारण व प्रवाहित आदि उपायों द्वारा आपका कल्याण हो, यही हमारी कामना है।